तालाबंदी के दूसरे दिन स्कूल तो खुला लेकिन किसी भी पालक ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा

बिलाईगढ़ /प्रज्ञा न्यूज़ 24 छत्तीसगढ़/ शैलेंद्र देवांगन
बिलाईगढ़ । बिलाईगढ़ विधानसभा के वनांचल के ग्राम बिलारी के स्कूल में ताला जड़ने के बाद दूसरे दिन आज पालकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जो कि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है । प्राप्त समाचार के अनुसार वनांचल के ग्राम बिलारी के प्राथमिक शाला के जीर्ण भवन में ताला जड़ने के बाद आज दूसरे दिन किसी भी पालकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा , जो कि क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है ।
बिलारी स्थित प्राथमिक शाला भवन जर्जर होने के कारण पालकों ने नवीन शाला भवन के स्वीकृति होने तक ताला जड़ दिया है । यहां की प्राथमिक कक्षाएं जीर्ण भवन के परिसर में निर्मित तीन अतिरिक्त कक्षाओं में से मात्र एक अतिरिक्त कक्ष में शाला संचालित किया जा रहा है क्योंकि दो अतिरिक्त कक्ष में बरसाती मौसम के कारण पानी भरा हुआ है। जिससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई पूरी तरह से प्रभावित है बच्चों के भविष्य तथा यहां की समस्याओ को देखते हुए पालको ने निर्णय लिया है कि जब तक यहां शाला भवन की स्वीकृति नहीं हो जाती तब तक पालक अपने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे इसी तारतम्य में शाला में तालाबंदी के दूसरे दिन किसी भी पालक ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा।
उक्त स्कूल में ताला जडने के बाद दूसरे दिन भी ब्लॉक एवं जिले स्तर के किसी भी जवाबदार अधिकारी में दौरे तक नहीं किया। गांव के रमेश कुमार कर्ष,तीजराम ,जगदीश चौहान, नल कुमार ,साबित ,चमार सिंह, गुलाल यादव , जयलाल यादव, सुकलाल सिदार ,रामसिंह, आदि ने बताया कि आज स्कूल तो खुला लेकिन शालेय छात्र एवं छात्राएं स्कूल नहीं आए , प्राथमिक शाला के दोनों स्टाफ आए थे जिनमेअक्सर अनुपस्थित रहने वाले प्रधान पाठक रामसिंह सिदार एक घंटे के पश्चात स्कूल से चले गए ।इस संबंध में जनपद पंचायत कसडोल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु वर्मा से संपर्क करने पर बताया कि स्कूल के संबंध में कोई जानकारी नहीं है ,और बोले कि बीईओ से पूछ कर बताता हूं ।
वही विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल आर के देवांगन से संपर्क करने पर बताया कि उक्त अनुपस्थित रहने वाले शिक्षक के संबंध में पंचनामा के लिए संकुल प्राचार्य को भेजा गया था आज संबंधित शिक्षक को शो काज नोटिस जारी किया गया है।रही बात शाला भवन की , स्वीकृति के पश्चात बन जाएगा ,साथ ही बच्चों के शाला नहीं आने पर पालको से बात करने करके सभी छात्र-छात्राओं को बुलाया जाएगा।