नगर में निकली जगन्नाथ स्वामी का रथ, भीड़ से बचने नगर भ्रमण नहीं कराया गया….सोशल डिस्टेंस के साथ बारी बारी हुई दर्शन..
नगर में निकली जगन्नाथ स्वामी का रथ, भीड़ से बचने नगर भ्रमण नहीं कराया गया….सोशल डिस्टेंस के साथ बारी बारी हुई दर्शन..
बादल पटेल / प्रज्ञा 24 न्यूज़ / 12 जुलाई 2021
भटगांव:- नगर में स्वामी जगन्नाथ स्वामी, भाई बलभद्र, और बहन सुभद्रा जी की रथ यात्रा निकली गयी लेकिन नगर भ्रमण नहीं कराया गया, राधा कृष्ण मंदिर परिसर में बने दुर्गा मंच पर विराजमान कराकर भक्तो को बारी बारी से बेरिकेट के सहायता से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन कराया गया नगर के हज़ारो भक्तो के साथ साथ आसपास के ग्रामीण भी पहुँचे जहाँ सभी श्रद्धालुओं को दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ और सभी लोगो ने प्रभु का आशीर्वाद लेकर अपने जीवन की मंगल कामना और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
इसलिए होती है रथयात्रा…
प्रभु ने कहा-देवर्षि, एव मस्तु. कलिकाल में इसी रूप में नीलांचल क्षेत्र में अपना स्वरूप प्रकट करूंगा. आपने जिस बालभाव वाले रूप में मुझे अंगहीन देखा है. मेरा वही विग्रह प्रकट होगा. मैं स्वयं अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए उनके बीच जाऊंगा.
प्रभु के ब्रह्म वाक्यों के अनुसार कलयुग में उसी दिव्य स्वरूप के विग्रह ने प्रकट होकर जगन्नाथ प्रभु के रूप में भक्तों को दर्शन दिया. रथयात्रा के स्वरूप में भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ भक्तों के बीच आते हैं. उनके हाथ-पैर नहीं हैं. केवल आंखें ही आंखें हैं ताकि वे अपने भक्तों को जी भरकर देख सकें.
नगर में हर वर्ष बाजे गाजे के साथ रथ का नगर भ्रमण कराया जाता था परंतु इस बार कोरोना के चलते भीड़ व शोर से बचने रथ नहीं भ्रमण कराये, आयोजन एक मेला से कम नहीं रहता था, स्वामी के दरबार में पुजारी के रूप से मंदिर के मुख्य पुजारी और लक्ष्मण नामदेव सर, साथ ही उनके सहायता हेतु चिन्मय राजपूत , भगवान जगदीश के पीछे की ओर चंवर डुलाने हेतु झाड़ू वैष्णव व अन्य मौजूद थे।