सेमराडीह के ग्रामीण खेत किनारे पैर डगरी मे चलने को है मजबूर… शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी नसीब नहीं हुई सड़क…
सेमराडीह के ग्रामीण खेत किनारे पैर डगरी मे चलने को है मजबूर…
शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी नसीब नहीं हुई सड़क…
बलौदाबाजार – छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी ने गांवो और कस्बो तक सड़कों का जाल बिछाने का दावा किया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही हालात बयां कर रही है। कई गांव आज भी मुख्य सड़कों से नहीं जुड़ पाए है और विकास से कोसो दूर है। सड़कें नहीं बनने के कारण आज भी पैर डगरी जैसे रास्तों में चलने को मजबूर है।
दरसल हम बात कर रहे है बिलाईगढ़ विधानसभा के एक छोटा सा गाँव सेमराडीह की, जो भटगांव से महज 4 किलोमीटर दूर पठार के नजदीक बसा है और ग्राम पंचायत देवसागर से आश्रित है। यहां की जनसंख्या लगभग 200 से पार है। यह गाँव काफी लंबे समय से बसे है। जब से यह गांव बसा है, तब से ग्रामवासी पैर डगरी जैसे रास्ते में ही आवागमन कर रहे है।
चर्चा करने पर ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत स्तर से लेकर शासन से भी गुहार लगा चुका है, बावजूद इन ग्रामीणों की सुध किसी ने नहीं ली। इसके कारण इन ग्रामीणों को सड़क नहीं मिल पाई। ग्रामीणों ने खूब चक्कर काटे, कभी लोक सुराज अभियान, तो कभी ग्राम सुराज अभियान किसी मे इनका दुखड़ा नजर नही आया। लगातार सड़क की मांग पंचायत स्तर से लेकर सरकार को अनेकों बार की पर किसी की सरकार ने तरस नहीं खाया। जिससे मजबूर होकर पैर डगरी रास्ते में चलने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने अब मीडिया के माध्यम से सरकार सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहा है और सड़क दिलाने की माँग कर रहा है।
ऐसे में अब देखना लाजमी होगा की क्या अब की सरकार इस ग्रामीणों की जायज माँग को पूर्ण कर सड़क दिला पाएगी। या यूंही इन ग्रामीणों को पैर डगरी रास्ते में चलने को मजबूर होना पड़ेगा।