सरसींवा तहसील के ग्राम सकरापाली मे गृहे-गृहे यज्ञ के तहत 36 घरों मे सम्पन्न हुआ गायत्री महायज्ञ

सरसींवा तहसील के ग्राम सकरापाली मे गृहे-गृहे यज्ञ के तहत 36 घरों मे सम्पन्न हुआ गायत्री महायज्ञ
कार्यक्रम में बिलाईगढ़, सारंगढ़ व बरमकेला विकासखण्ड के सैकड़ो गायत्री परिजन हुये शामिल
कार्यक्रम के पश्चात सामूहिक भोजन प्रसाद, वृक्षारोपण व जिला स्तरीय गोष्ठी का आयोजन
शांतिकुंज हरिद्वार रथ के लिये जिले से भेजें गये 1 लाख 5 हजार का अनुदान राशि
के. पी. पटेल की खास रिपोर्ट…
सारंगढ़ बिलाईगढ़ – जिले के सरसींवा तहसील के के अंतर्गत ग्राम सकरापाली में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ का आयोजन दिनांक 14 जुलाई 2024 दिन रविवार को सम्पन्न हुआ। यह यज्ञ कार्यक्रम गायत्री परिवार सरसींवा परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सकरापाली के 36 घरों में एक साथ एक समय मे सुबह 10 बजे 12 बजे के मध्य बड़े ही उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम में बिलाईगढ़, सारंगढ़ व बरमकेला विकासखण्ड के लगभग 70-80 गायत्री परिजनों ने भाग लिया।
भोजनोपरान्त जिला स्तरीय गोष्ठी एवं वृक्षारोपण का कार्यक्रम सम्पन हुआ .
जहाँ गोष्ठी मे गृहे गृहे यज्ञ, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा कोसीर मे होने वाले वृहद वृक्षारोपण, 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं हरिद्वार से प्राप्त रसीद जमा एवं आगामी कार्यक्रमो की जानकारी व गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया.वहीं हरिद्वार रथ के लिये सरसींवा परिक्षेत्र से 13400 रु. ,बिलाईगढ़ परिक्षेत्र से 12500 रु एवं भटगांव परिक्षेत्र से 1100 रु करके कुल बिलाईगढ़ ब्लॉक से 36900 रु तथा बरमकेला ब्लॉक से 28000 रु. सारंगढ़ से 40000 रु. करके कुल 1 लाख 05 हजार अनुदान राशि हरिद्वार भेजें गये जिसका रसीद आज जिला समन्वयक के पास जमा किया गया.वहीं गोष्ठी के पश्चात रोड किनारे 4-5 गुलमोहर वृक्ष का रोपण परिजनों के हाथों किया गया.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला समन्वयक श्री गोरा प्रसाद साहू जी, जिला प्रतिनिधिगण, तीनों ब्लाक के प्रतिनिधिगण, सरसीवां परिक्षेत्र के कार्यकर्तागण उपस्थित रहे। जहाँ भटगांव, सरसींवा, बेलटेकरी, धोबनी, धनसीर, बिलाईगढ़, बिलासपुर, बरमकेला, सरिया,सारंगढ़ इत्यादि स्थानों से गायत्री परिजन भारी संख्या मे पहुंचे थे.
वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में सरसींवा परिक्षेत्र के सभी सम्माननीय कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा जो इस कार्यक्रम की तैयारी हेतू लगभग 15 दिनों से तन मन धन से जुड़े हुये थे जिसके फलस्वरूप यह कार्यक्रम उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ.