Idfc 1st बैंक शिवरीनारायण मे मैनेजर के उदासीनता से बैंक ग्राहक हो रहें है परेशान कस्टमर के आवेदन के बाद भी उनकी समस्या का हल नहीं

Idfc 1st बैंक शिवरीनारायण मे मैनेजर के उदासीनता से बैंक ग्राहक हो रहें है परेशान
कस्टमर के आवेदन के बाद भी उनकी समस्या का हल नहीं
बैंक के उच्च अधिकारी को शिकायत के बाद बैंक मे मचा हड़कंप
समस्या हल नहीं होने पर उच्च अधिकारी और उपभोक्ताफोरम मे शिकायत करने की तैयारी
शिवरीनाराण (जांजगीर चाम्पा ) : प्राइवेट सेक्टर बैंक मे कम समय मे बड़े ही नाम हासिल करने वाले आई डी एफ सी फर्स्ट बैंक शिवरीनारायण इन दिनों चर्चे पर हैं. यहाँ बैंक मैनेजर हेमंत गुप्ता जब से ज्वाइन किये है तब से कस्टमर / ग्राहक परेशान नज़र आ रहें क्योंकि बैंक मैनेजर ग्राहक के समस्याओ को हल ही नहीं कर पा रहे हैं जिसके कारण अधिकांश कस्टमर बैंक के चक्कर लगा रहें हैं और वहीं जब भी कस्टमर बैंक विजिट करते हैं बैंक मैनेजर गायब ही रहते हैं जबकि उन्हें कस्टमर /ग्राहकों को होने वाली समस्याओ को अतिशीघ्र हल करना चाहिए लेकिन अधिकांश कस्टमर की शिकायत है की 15 से महीने दिन हो गये खाता सम्बंधित, लोन सम्बंधित और अन्य समस्या सम्बंधित आवेदन किये जा चुके हैं लेकिन आज तक महीनों साल बीतने के बाद भी आवेदन का निराकरण नहीं किया गया है.
वहीँ मई महीने मे 10 से 15 कस्टमर का बिना कारण बताये और सुचना दिये उनके खातों को फ्रीज कर दिया गया है लेकिन अभी तक कस्टमर को पता नहीं है की उनके खातों को क्यों फ्रीज़ किया गया है. और वहीं कई कस्टमर द्वारा इनका कारण जानना चाहा तो मैनेजर द्वारा गोलमाल जवाब देते नज़र आये इससे साबित होता है कि बैंक मैनेजर द्वारा कस्टमर को गुमराह करने हेतू इस प्रकार का कार्य किया गया है. जबकि कस्टमर द्वारा फ्रीज़ होने का कारण और उनको दूर करने के लिये बैंक मैनेजर को 15 से 1 महीने पहले आवेदन दिया जा चूका है लेकिन अभी तक उनकी समस्या का हल नहीं करना ये बैंक मैनेजर और कर्मचारियों की उदासीनता को प्रदर्शित करता है. बिना सुचना दिये बैंक द्वारा खाता को फ्रीज करने कारण अधिकांश कस्टमर के चेक बाऊन्स चार्ज लग गया है जिससे उनके साल भर की सिविल भी ख़राब हो गई है आखिर इनके सिविल का जिम्मेदारी कौन लेगा और अचानक फ्रीज़ होने के बाद चेक बाउंस चार्ज होने पर इनकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
खाता फ्रीज होने के बाद आवेदन का सही समय मे निराकरण नहीं करना, कस्टमर को विजिट नहीं करना, कस्टमर को बार बार बैंक का चक्कर लगवाना, कड़ी धुप से लेकर भीगते हुये पानी मे 25-30 किमी का सफर करके बैंक का बार बार चक्कर लगाना ये सभी बैंक के अव्यवस्था को दर्शाता है और बैंक मैनेजर की उदासीनता को प्रदर्शित करता है.
वहीं बैंक मैनेजर के इस प्रकार के रवैये को देखते हुये कुछ कस्टमर ने बैंक के उच्च अधिकारी रायपुर नीतीश सिन्हा को अवगत करा दिया गया है.
यदि अतिशीघ्र 1-2 दिन मे समस्या हल नहीं किया गया तो बैंक के उच्च अधिकारी चंडीगढ़ को मेल करके इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जाएगी और विधिवत बैंक के खिलाफ जिला उपभोक्ता फोरम मे शिकायत की जाएगी.