
पुलिस रिमांड में लिए आरोपी शिवा साहू से जप्त की गयी करोडो की संपत्ति
22 वर्ष के शिवा साहू को ये पैसे कमाने का दिमाग़ कैसे आया?
अधिकांश पढ़े लिखें लोग आखिर शिवा साहू के राहो मे ही क्यों भटक रहे है?
अधिकांश युवा ऑनलाइन गेम तो कोई शेयर मार्केट व एप्लीकेशन का हो रहा है शिकार
सारंगढ़ बिलाईगढ़ – सरसींवा ईलाका के महाठग शिवा साहू के मामलें में पुलिस ने बड़ा खुलाशा किया है।
प्रार्थी सौरभ अग्रवाल के द्वारा दिनांक 09.03.2024 को थाना सरसीवां में शिवा साहू निवासी रायकोना एवं अन्य आरोपियों के विरूद्ध शेयर मार्केट एवं क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने पर प्रति माह 30 प्रतिशत देने एवं 08 माह पूर्ण होने पर रकम दोगुना करने का लालच देकर 02 करोड रूपए की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिस पर थाना सरसीवां के द्वारा अपराध कमाक 131/2024 धारा 420, 406, 409, 34 120 बी भादवि, 6, 10 छ0ग0 के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधि० 2005 दर्ज कर विवेचना किया जा रहा था। विवेचना दौरान शिवा साहू व उसके साथियों के नाम पर अब तक 29 लोगों से करीब 4 करोड़ 30 लाख रुपए के शिकायत प्राप्त हो चुकी है l शिवा साहू के करोड़ो की संपत्ति जब्त कर अब तक कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है l
दिनांक 26 2024 को आरोपी शिवा साहू, रमेश साहू और सूर्यकांत को दो दिवस की पुलिस रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ करने पर शिवा साहू के एक्सिस बैंक सरायपाली के लॉकर से नगदी रकम एक करोड़ 52 लाख 50 हजार रुपए, सोने का जेवर वजन 01 किलो 847 ग्राम कीमती करीब 12559600 रुपए, चांदी के जेवर 01 किलो 441 ग्राम कीमती 123900 रूपये जप्त किया गया है तथा शिव साहू के मौपका बिलासपुर स्थित भवन से नोट गिनने की इलेक्ट्रॉनिक मशीन, लैपटॉप, जमीन संबंधी कागजात, चेक बुक, शिव साहू द्वारा खरीदी गई सोने चांदी की बिल तथा लोगों से धोखा देकर ली गई रकम की बांड पेपर पावती संबंधी कागजात, शिवा साहू के द्वारा रायपुर में रखे होंडा शाइन मोटरसाइकिल एवं रमेश साहू के ग्राम रायकोना में रखें रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल को जप्त किया गया है जिन्हें विधिवत कार्यवाही पश्चात पुनः न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया गया है. इसके पूर्व कार्यवाही मे लगभग 14 करोड़ की संपत्ति और केस रुपये जब्त किये गये थे. अब सोचने वाली बात ये होगी कि लोगों को इस जाल मे फसे रुपये कैसे वापस होंगे क्योंकि लालच मे आकर सैकड़ो लोगों ने शिवा साहू के ठगी के शिकार हो गये जिसमे अधिकांश शासकीय कर्मचारी और मध्यमवर्गीय परिवार से हैं जिनके सिर पर चिंता का बादल छाये हुये हैं. अब आप सोच सकते हैं दुनिया मे ऐसे अधिकांश लोग मिलेंगे जो कम समय मे अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं और ऐसे भी लोग मिलेंगे जिन्हे कोई काम न करना पड़े और उसे छप्पड़ फाड़ के पैसे मिलें ऐसे ही लोग ऐसे ऐसे महाठग और कई कंपनी और सट्टा बाजार मे अपने पैसे फसाते हैं और खुद उस जाल मे फस जाते हैं.आज सौरभ अग्रवाल साहू को यदि उनके लगाए गये करोड़ों रुपये सही समय मे मिल जाते तो शिवा साहू के खिलाफ केस नहीं दर्ज नहीं होता. ऐसी ही खेल चलते रहता.
यहाँ पर ये सवाल भी खड़ा होता है कि जब शिवा साहू को पहली बार सरसींवा थाना ले गये थे तो उनको छोड़ाने हजारों लोग उनके पीछे आ गये थे आज ओ भीड़ कहाँ गई? आखिर 22 वर्ष के शिवा साहू को ये पैसे कमाने दिमाग़ कैसे आया. आज के अधिकांश युवा शिवा के राहो मे ही भटक रहे है. कोई ऑनलाइन गेम तो कोई शेयर मार्केट तो कोई महादेव एप्प जैसे एप्लीकेशन मे अपना समय के साथ पैसा गवां रहे हैं. लालच मे आकर आज के युवा साथी इस जालमे फसते जा रहे है. आखिर क्यों भटक रहे है आज के युवा इस पर परिवार व समाज के लोगों को सोचना जरुरी है और शासन प्रशासन भी ऐसे लुभावी एप्लीकेशन और गेम मे अंकुश लगाए यदि समय रहते इन पर लगाम नहीं लगाया गया तो हजारों शिवा साहू ऐसी ही पैदा होते रहेंगे और कई विदेशी एप्लीकेशन मे पढ़े लिखें नौजवान ऐसे ही फसते रहेंगे.