23 दुकानों की नीलामी का मामला फिर उठा, राजनीति से प्रेरित, नगर विकास में बाधक बना शिकायत :- योगेश केशरवानी

23 दुकानों की नीलामी का मामला फिर उठा, राजनीति से प्रेरित, नगर विकास में बाधक बना शिकायत :- योगेश केशरवानी
भटगांव :- नगर में हो रहे विकास कार्यों को लेकर विकास विरोधी लोगों द्वारा आए दिन कुछ कुछ बिंदुओं को लेकर शिकायत करना उनका फितरत बन चुका है। न्यायालय से हार मुंह देखने के बाद भी शिकायत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।बस स्टैंड में बन चुका 23 व्यवसायिक काम्प्लेक्स का मामला शिकायत की वजह से एक बार फिर नगर विकास में बाधा पैदा करने को तैयार है। बिलाईगढ विधानसभा क्षेत्र के नव निर्वाचित विधायक कविता प्राण लहरे द्वारा बस स्टैंड में बने 23 व्यवसायिक काम्प्लेक्स में नीलामी की जांच कर फिर से नीलामी करवाने की मांग जिला कलेक्टर धर्मेश साहू से की है जिसे लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी योगेश केशरवानी ने कहा है कि यहां के कुछ विकास विरोधी लोगों द्वारा नगर में चल रहे विकास कार्यों की शिकायत कर नगर विकास में बाधक बने हुए है।
बार बार न्यायालय से हार का सामना करने के बाद भी शिकायत का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है अब बस स्टैंड में बने व्यवसायिक काम्प्लेक्स जो नगर का शान माना जा रहा है। बस स्टैंड में आए दिन शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण हो रहा था।जिसे नगर पंचायत द्वारा हटाया गया उसी रिक्त स्थान पर व्यापारियों की मांग पर नगर पंचायत द्वारा व्यवसाय को प्राथमिकता देने के लिए काम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया है जिसमें अब दुकान खुलने को तैयार है फिर से वर्तमान विधायक कविता प्राण लहरे द्वारा 23 व्यवसायिक काम्प्लेक्स की नीलामी जांच कर फिर से नीलामी करवाने का मुद्दा उठाकर नगर विकास में बाधा पैदा किया जा रहा है जो उचित नहीं है ये सब सोची समझी राजनीति का हिस्सा है। आगे उन्होंने कहा कि नगर पंचायत भटगांव में पूर्व में जो भी विकास कार्य हुए है और वर्तमान में नगर पंचायत परिषद द्वारा जो भी भटगांव में विकास कार्य करवाया जा रहा है।
पूर्व और वर्तमान की तुलना करें तो नगर भटगांव में वर्तमान में बेहतर ढंग से विकास कार्य किया जा रहा है फिर भी लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है वह समझ से परे है। केसरवानी ने कहा कि वर्तमान विधायक को विकास विरोधी, षड्यंत्रकारी लोगों से बचके रहना चाहिए इसके अलावा नगर भटगांव के विकास में अपना योगदान देकर अपना कर्तव्य निभाकर निष्पक्ष रहना ही उचित है।