जांजगीर जिले मे संचालित ऑनलाइन बाल संस्कार शाला मे रक्षाबंधन का विशेष पर्व मनाया गया, बच्चों ने संस्कार शाला मे सिखाये गए स्वनिर्मित राखी को अपने भाइयों के कलाई मे बांधे, अपने आसपास के वृक्ष को रक्षासूत्र (राखी) बांधकर उसके सुरक्षा की जिम्मेदारी ली,
जांजगीर जिले मे संचालित ऑनलाइन बाल संस्कार शाला मे रक्षाबंधन का विशेष पर्व मनाया गया,
बच्चों ने संस्कार शाला मे सिखाये गए स्वनिर्मित राखी को अपने भाइयों के कलाई मे बांधे,
अपने आसपास के वृक्ष को रक्षासूत्र (राखी) बांधकर उसके सुरक्षा की जिम्मेदारी ली,
जांजगीर : शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ के द्वारा संचालित ऑनलाइन बाल संस्कार शाला हमारे जिलें में बाल संस्कार शाला जिला जांजगीर चांपा मे रक्षाबंधन का विशेष पर्व मनाया गया जिसमें बच्चों को अपने भाइयों की कलाई पर ( स्वनिर्मित राखी जो बाल संस्कार शाला में सिखाया गया था) राखी बांधते हुए पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संस्कारशाला का विशेष आकर्षण तरुमित्र (भ्राता) के रूप में जिसमें बच्चों द्वारा नवीन पौधे को राखी बांध कर उसके संरक्षण का संकल्प लिया गया कार्यक्रम का विशेष प्रस्तुति में बच्चों को संस्कृत दिवस के बारे में शक्ति राज गुप्ता आचार्य द्वारा ज्ञानवर्धक बातें बताई गई कार्यक्रम के प्रमुख नेहा गुप्ता ने हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के बारे में चित्रण प्रदर्शित करते हुए उनके विषय में बच्चों को जानकारी दी उनकी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में! संस्कारशाला मे सदवाक्य मनन चिंतन श्रीमती चंद्रावती साहू जी द्वारा लिया गया जिसमें बच्चों को सारगर्भित तरीके से रक्षाबंधन का पर्व की विशेषता बताई गई कार्यक्रम का आरंभ रोचक वीडियो दिखाकर बच्चों को जानकारी देते हुए वार्तालाप करते हुए बताया गया एवं हमारी संस्कृति महाभारत काल से( कृष्ण एवं द्रोपति) रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है इसके बारे में बच्चों को बताया गया संस्कृत दिवस के अवसर में बच्चों द्वारा संपूर्ण परिचय संस्कृत में दिया गया सुश्री रुकमणी निर्मल दीदीजी के द्वारा ( तरु मित्र को राखी बांधना व भाइयों को राखी बांधना मंत्रोच्चारण के साथ दीदी जी के निर्देशन में हुआ) एवं बच्चों को उनके भविष्य के लिए मार्गदर्शन दिया गया तथा रक्षाबंधन का पर्व ऑनलाइन बाल संस्कार शाला में बहुत ही उत्साह एवं रोचक तरीके से मनाया गया तथा कक्षा का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ किया गया.