बलौदा बाज़ार

आज 03 जुन विश्व सायकल दिवस, सायकल की सवारी, ना प्रदूषण,ना बीमारी – दीपक वर्मा

आज 03 जुन विश्व सायकल दिवस, सायकल की सवारी, ना प्रदूषण,ना बीमारी – दीपक वर्मा

बलौदा बाजार – साइकिल की विशेषता और बहुमुखी प्रतिभा को पहचानने के लिए 3 जून को अंतर्राष्ट्रीय विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है योग शिक्षक दीपक कुमार वर्मा कहते हैं कि शहरवासी अपने आसपास की दूरी तय करने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें, तो इससे प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पेट्रोल की खपत कम होगी‌।वहीं शहर का प्रदूषण स्तर भी कम होगा। साथ ही जो लोग साइकिल चलाते हैं, उनका मानना है कि इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी होता है और सुरक्षित रहते हैं।संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहला विश्व साइकिल दिवस 3 जून, 2018 को मनाया गया था। यह दिवस परिवहन के एक सरल, किफायती, भरोसेमंद और पर्यावरण की सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।खासतौर पर 1960 से लेकर 1990 तक भारत में ज्यादातर परिवारों के पास साइकिल थी‌। यह व्यक्तिगत यातायात का सबसे ताकतवर और किफायती साधन था। गांवों में किसान साप्ताहिक मंडियों तक सब्जी और दूसरी फसलों को साइकिल से ही ले जाते थे।दूध की सप्लाई गांवों से पास से कस्बाई बाजारों तक साइकिल के जरिये अभी होती आ रही है। डाक विभाग का तो पूरा तंत्र ही साइकिल से चलता था।आज भी पोस्टमैन साइकिल से चिट्ठियां बांटते हैं।शहरों गांवों में साइकिल से अखबार वितरक घरों तक जाते हैं।

योग प्रचारक वर्मा ने अपने साइकिल के चैन कवर में स्लोगन “साइकिल की सवारी, ना प्रदूषण ,ना बीमारी “लिखे हैं जो लोगों को ध्यान आकर्षित करा रहे हैं।

साईकिल चलाने के फायदे

एक रिसर्च के अनुसार जो इंसान रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाता है उसका दिमाग साधारण इंसान के मुकाबले ज्यादा एक्टिव रहता है और ब्रेन पाॅवर बढने के चांसेज भी 15 से 20 प्रतिशत तक बढते है।

साइकिल सबसे सस्ता साधन है।जहां आपको दूसरी गाड़ियों में तेल के लिए पैसे खर्च करेने होंगे। वहीं आपको साइकिल में ऐसा कुछ करने की आवश्यकता ही नहीं है। स्वास्थ्य के साथ-साथ साइकिल आपके पैसे बचाने का काम भी करती है।

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