एक दबंग पुलिस की कहानी : जन जन के दिल में बसने वाले सिंघम एवं दबंग पुलिस सरजू प्रसाद घृतलहरे को पुलिस अधिकारियो ने दिए सम्मानजनक बिदाई…पढ़े कैसे बने दबंग पुलिस एवं सिंघम

एक दबंग पुलिस की कहानी : जन जन के दिल में बसने वाले सिंघम एवं दबंग पुलिस सरजू प्रसाद घृतलहरे को पुलिस अधिकारियो ने दिए सम्मानजनक बिदाई…पढ़े कैसे बने दबंग पुलिस एवं सिंघम
के पी पटेल / प्रज्ञा 24 न्यूज़ / 02 मई 2021
बलौदाबाजार – दबंग थाना प्रभारी सरजू प्रसाद घृतलहरे का 31 मई 2021 को विदाई समारोह मैं उपस्थित परम सम्माननीय पुलिस अधीक्षक बलोदा बाजार जिले की समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी गण पुलिस विभाग के लिए ऐतिहासिक पल रहा जिनका नाम पुलिस विभाग के इतिहास के पन्नों में लिखने की बात कही।
घृतलहरे जी ने अपने जीवन काल में सन 2000 मैं अपने मृत्यु के बाद एनाटॉमिक मेडिकल कॉलेज रायपुर को शरीर दान किया एवं आंख गुर्दा व शरीर के उपयोगी अंग किसी गरीब बेसहारे को देने की घोषणा की संजीवनी समिति का गठन नेवरा तिल्दा में किया जिसके माध्यम से टीम जरूरत मंद लोगों को मुफ्त में रक्त खून व्यवस्था करते है हर 6 महीने में रक्तदान करते रहे।
सन 2008 थाना नेवरा तिल्दा आदिवासी सबरिया सफेरा एवं ट्रेन में जीवन यापन करने वाले 123 बच्चों को पढ़ाया। सन 2010 थाना कसडोल 107 बच्चों को पढ़ाया। सन 2017 एवं 2018 मैं चौकी जेवरा सिरसा जिला दुर्ग में 153 बच्चों को पढ़ने की शिक्षा दी। सन 2000 में संरक्षक सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति गठन कर लगभग 500 बच्चियों व बच्चों शादी कराया।
गत 20 साल से जारी है प्रदेश उपाध्यक्ष प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज रायपुर मानव कल्याण एवं समाज सेवा में विशेष भूमिका निभाते आ रहे हैं जिस जगह तैनात रहा है अपनी विशेष भूमिका का परिचय देते आए हैं समाज के लिए प्रेरणा स्रोत एवं आदर्श व्यक्ति बने।
आपको बताते चले कि बिलाईगढ़ पूर्व थाना प्रभारी सरजू प्रसाद घृतलहरे का रिटायर्मेंट में एक सप्ताह बचे थे उनका ट्रांसफर कर दिया गया था.उनका ट्रांसफर आदेश से नाराज बिलाईगढ़ सभी वर्ग के व्यक्ति महिला, पुरुष, बच्चे, जनप्रतिनिधि पत्रकार सहित नगरवासियो एवं क्षेत्रवासियो ने थाना जाकर ट्रांसफर रोकवाने के लिए धरने पर बैठ गए थे और यहाँ तक ट्रांसफर नही रुकने पर मंत्री एवं पुलिस अधिकारियो के पास जाने के लिए तैयार हो गए थे। लेकिन वहीं बिलाईगढ़ थाना प्रभारी सरजू प्रसाद घृतलहरे ने सभी से विनम्र प्रार्थना करते हुए ये सभी धरना प्रदर्शन, ट्रांसफर रुकवाने की मांग आदि के बारे में सभी को समझाकर वापस भेज दिए गए और उसने कहा कि प्रशासनिक आदेश के खिलाफ मैं नहीं जा सकता मैं पुलिस अधीक्षक के आदेश का अवेहलना नही कर सकता। आप लोग कृप्या करके वापस अपने अपने घर चले जाये. मेरे लिए आप बिना किसी के कहे केवल ट्रांसफर आदेश की सुचना मिलते ही थाना पहुंच गए, ये मेरे लिए इससे अधिक सम्मान और कोई नही दे सकता। मेरा 40 वर्ष की नौकरी में 60 बार से अधिक ट्रांसफर हुआ है और ये अंतिम ट्रांसफर है इसके बाद तो मैं अपने समाज और लोगों का बेहिचक और बिना किसी दबाव के सेवा कर सकता हूँ जैसे थाना प्रभारी बनकर किया। जहाँ भी गया हूँ जैसे बन पड़े मैंने सामाजिक दृस्टि से गरीब लोगों की, बच्चों की, शिक्षा या अन्य क्षेत्र में सहायता किया चाहे नेताओं या अधिकारियो को अच्छे लगे चाहे न लगे मैंने बिना डरे लोगों के हित में कार्य किया है इसलिए जिस पुलिस थाने या चौकी में गया वहां सभी वर्ग के लोगों से सम्मान मिला इसके लिए सभी को बहुत बहुत धन्यवाद। बिलाईगढ़ थाने से वे सिंघम के रूप में फिर ट्रांसफर हुआ।
जब भटगांव थाने में ट्रांसफर हुआ तभी ड्यूटी जॉइनिंग लेते ही सबसे पहले आम लोगों, महिला संगठन, व्यापारी संघ, पत्रकार एवं सभी वर्ग ले व्यक्तियों से मिलकर पहले ही मुलाक़ात में सबका दिल जीत लिए और सम्मान के भागीदार बने। जुआ सट्टा से लेकर अवैध शराब, गांजा आदि पर नियंत्रण हो गया जिससे भटगांव नगर से लेकर क्षेत्र के सभी वर्ग के व्यक्ति, समाज के प्रमुख एवं संगठन के सदस्य के दिलों में बसते चले गए और वहीं सबरिया डेरा सलोनीकला में शराब बनाने वाले लोगों को अवैध शराब को पूर्ण रूप से बंद करने के लिए भावभरा समझाईस दिए और प्रेरित होकर अधिकांश लोग अवैध शराब बनाने के कारोबार को बंद करने के लिए राजी भी हो गए। अच्छे कार्य करने की कोशिश भी करने लगे और वहीं इस कार्य में लगे बच्चों को पढ़ने लिखने और स्कूल जाने के लिए प्रेरित करते हुई कॉपी पेन पुस्तक भी बांटे गए। जिससे वे भटगांव थाना क्षेत्र में दबंग पुलिस के नाम से जानने लगे।
आज पुलिस उपनिरीक्षक सरजू प्रसाद घृतलहरे अपने जोइनिंग से लेकर रिटायरमेंट तक जिस थाना में गए जन जन के दिलो में बसते चले गए और एक दबंग पुलिस अफसर एवं सिंघम के रूप में जानने लगे। रिटायरमेंट के बाद भी लोगों के दिल में उनके लिए सदैव सम्मान रहेगा और वे जहाँ भी पहुंचेंगे वहाँ उससे मिलने सभी वर्ग के लोग पहुंच ही जायेंगे क्योंकि कहते है कि किसी की अच्छाई और सच्चाई कभी नही भुलाया जा सकता।
आपके कार्यों को सलाम करता हूं आदरणीय आप समाज के सच्चे भक्त हैं और एक अच्छे समाजसेवी भी आशा करता हूं समाज के लोगों इसी तरह सुधारने का काम आजीवन करते रहे