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हद है ! छत्तीसगढ़ के अधिकांश आत्मानंद स्कूल शिक्षक भर्ती में चल रहा गजब खेल,

हद है ! छत्तीसगढ़ के अधिकांश आत्मानंद स्कूल शिक्षक भर्ती में चल रहा गजब खेल,

कम अंक वालों को आसानी से मिल रहा पद, योग्य उम्मीदवार हुए पीछे,

प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल, DEO बोले होगी कार्रवाई

रायपुर / हरेंद्र बघेल – स्वामी आत्मानंद विद्यालय में शिक्षकों सहित अन्य पदों की भर्ती पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. योग्य अभ्यर्थियों की शिकायतों को दरकिनार करते हुए कम अंक वालों को साक्षात्कार के माध्यम से ज्यादा नंबर देकर भर्ती की जा रही है. बताया जा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया में अधिकारियों के साथ बड़ा लेनदेन तो होता ही है, साथ ही राजनीतिक दबाव भी होता है. जिसकी वजह से आत्मानंद विद्यालय में भर्ती प्रक्रिया में कम अंक वाले आसानी से पदों में आ जा रहे हैं. वहीं योग्यताधारी मन मसोस कर रहे हैं. यदि आवाज उठाई भी जाए तो जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है.

ताजा मामला अभी सामने आया है. जब गणित विषय के शिक्षकों की भर्ती होनी थी. इसमें कम अंक वालों को साक्षात्कार में ज्यादा नंबर दिया गया है. बाकायदा इस पर साक्षात्कार लेने वालों के दस्तखत भी हैं. जब ये बात सामने आई तब अधिकारी त्रुटि की बात कहते हुए पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. इसके पहले भी चाहे वह संगीत शिक्षक की भर्ती हो या अन्य शिक्षकों सहित ऑफिस स्टाफ भर्ती हो, सब में यही हाल रहा है.

फिलहाल इस मामले में कलेक्टर चंदन कुमार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई है. वहीं मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. वहीं नव पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी बी. एल. देवांगन ने कहा कि अभी दो दिन पहले ही उनकी पदस्थापना हुई है, मामला संज्ञान में आया है. जांच की जायेगी. त्रुटि वश हो गया होगा तो सुधार किया जायेगा और यदि कोई दोषी होगा तो कार्रवाई की जाएगी.

वहीँ कई अभ्यर्थियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अधिकांश आत्मानंद स्कूलों मे यहीं चल रहा हैं. यहाँ तक अच्छे इंटरव्यू वाले अभ्यर्थियों को कम अंक और सेटिंग वाले अभ्यर्थियों को अधिक अंक देकर अंतिम सूची निकाला गया जहाँ योग्य अभ्यर्थी को खाली भी लौटना पड़ा हैं.

बस्तर जिला के 7 आत्मानंद स्कूलो मे भी यहीं हुआ. जगदलपुर मे 29 से 1 तारीख तक चलने वाले इंटरव्यू मे अधिकांश अभ्यर्थियों के साथ ऐसा हुआ. उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया जहाँ बस्तर जिला के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देते हुए सेटिंग के साथ उन्हें अच्छे अंको के साथ सूची जारी किया गया जहाँ कई त्रुटियां भी नजर आयी. जबकि एक विषय 7 पोस्ट के लिये लगभग 15-16 अभ्यर्थी ही जगदलपुर इंटरव्यू मे पहुंचे थे. जहाँ साक्षात्कार के बाद कई अभ्यार्थियों को जो ठीक से उत्तर नहीं दें पाए उन्हें साक्षात्कार मे अंक बढाकर सूची बनाया गया और पीजी का 90 प्रतिशत अंक लेकर अंतिम सूची जारी किया गया.वहीँ वेटिंग लिस्ट मे बाकि 4 अभ्यर्थियों को छोड़ दिया गया जहाँ एक अभ्यर्थी ने बताया कि उनका साक्षात्कार अच्छा गया और 5-6 अंक जरूर मिलता जहाँ उनका वेटिंग लिस्ट मे दूसरे न. पर रहता..जहाँ पीजी हिंदी मे 78.33 प्रतिशत का 90 प्रतिशत अंक का 70.49+ 6 अंक = 76.49 अंक आ रहा है. वहीँ चयन लिस्ट मे देखा जा सकता है कि कैसे कम अंक वालों को इंटरव्यू मे अधिक अंक लेकर चयन लिस्ट जारी किया गया है.

कई जिलों मे नियमो को दर किनार करते हुए केवल पीजी का 90% अंक के साथ साक्षात्कार को 10 अंक करके सूची भी निकाली गई हैं. जिसके कारण कोरोना कॉल का फायदा ऐसे अयोग्य अभ्यर्थियों को मिला हैं जिसको पीजी मे 90 से भी अधिक अंक मिलने वालो को साक्षात्कार मे कम अंक आने पर भी सेलेक्शन हो गया तो कई जिला मे 10वीं, 12 वीं, स्नातक एवं पीजी के अंको के आधार पर सेलेक्शन किया गया है जहाँ उनके योग्यता के आधार पर भी उनका चयन हुआ. लेकिन बाद मे शासन प्रशासन को इसमें क्या बदलाव लाया गया कि कई अभ्यर्थियों के चयन लिस्ट जारी होने के बाद सभी नियम परिवर्तन करके 10/20 अंक का साक्षात्कार किया गया ताकि इसमें सेटिंग हो सके और अयोग्य अभ्यर्थियों को चयन करके मोटी रकम भी कमाया जा सके.

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ मे एक जिले मे लगभग 8-10 स्कूल हैं और एक स्कूल मे लगभग 20 टीचर की आवश्यक हैं और 33 जिला मे अंदाजा लगा सकते हैं कि कितने शिक्षक की जरुरत हैं एक जिला मे लगभग 200 शिक्षक तो 33 जिलों मे लगभग 6600 शिक्षकों की संविदा भर्ती किया गया.

यदि शासन प्रशासन चाहती तो सभी आत्मानन्द स्कूल के शिक्षकों के संविदा भर्ती के लिये परीक्षा आयोजित की जा सकती थी जो एक वर्ष या 3 वर्ष की भर्ती किया जा सकता था.

जिससे आज सभी स्कूल के बच्चों को आज टैलेंट युक्त शिक्षक भी मिल सकता था और आज इस प्रकार की खबर भी सुनाई नहीं देती.

आज अधिकांश जिलों जैसे बलौदाबाजार, बालोद, सारंगढ़ बिलाईगढ़, बस्तर इत्यादि आत्मानन्द स्कूल के शिक्षकों के भर्ती मे इस प्रकार की त्रुटियां दिखाई दें रहीं हैं तो वहीँ अधिकांश जिलों मे शिकायत के बाद दुबारा भर्ती किया गया. अब कई अभ्यर्थी जन सुचना अधिकार के तहत आत्मानंद स्कूल के शिक्षकों की चयन लिस्ट के साथ उनके सभी दस्तावेज की मांग करके कार्यवाही करने के लिये आगे बढ़ रहें हैं ताकि कई स्कूलों मे गलत तरीके से हुए भर्ती का खुलासा हो सके और योग्य अभ्यर्थियों को रोजगार मिल सके.

 

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