
हरेन्द्र बघेल रायपुर. छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारी, संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेकाकर्मी अपनी मांगों को लेकर 22 अप्रैल को अर्ध नग्न होकर प्रदर्शन करेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी करेंगे.
मोर्चा का कहना है कि, कांग्रेस ने सरकार बनने से पहले अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने, छटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने का वादा किया था। अनियमित संघो के आवेदनों का परिक्षण करने कमेटी बनाई गई जो आज पर्यंत रिपोर्ट नहीं सौंप सकी है।
साढ़े चार साल बाद भी प्रदेश के अनियमित कर्मचारी (संविदा, दैनिक वेतन भोगी / कलेक्टर दर / श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट (आउटसोर्सिंग) / मानदेय, जॉबदर, अंशकालीन, ठेका) अनियमित ही है। वादा के विपरीत कांग्रेस सरकार ने नियमितीकरण नहीं किया / आउटसोर्सिंग बंद नहीं किया, कर्मचारियों को मिलने वाला वेतन वृद्धि रोक दिया गया, कई विभागों से छटनियां कर दी गई है।
मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय नहीं दिया गया: साहू
मोर्चा के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि समस्यायों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री से मिलने अनेक प्रयास किये पर मुलाकात का समय नहीं दिया गया। सरकार द्वारा अपनी अंतिम बजट में अनियमित कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार का प्रावधान न करने से अनियमित कर्मचारी व्यथित एवं आक्रोशित है। प्रदेश के अनियमित कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 22 अप्रैल शनिवार को 12 बजे से “अर्द्ध नग्न धरना प्रदर्शन और मुख्यमंत्री निवास घेराव करेंगे.