अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से नगर की सभी सेवाएं बाधित हो गया है वही जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका में सवालिया निशान उठा रहा है ।

बिलाईगढ़/ प्रज्ञा न्यूज़ 24 छत्तीसगढ़ / शैलेंद्र देवांगन
बिलाईगढ़ । शैलेन्द्र देवांगन । अनुविभाग मुख्यालय बिलाईगढ़ के अंतर्गत स्थानीय नगर पंचायत बिलाईगढ़ के समस्त प्लेसमेंट कर्मचारियों को दो माह से वेतन नहीं मिलने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से नगर की सभी सेवाएं बाधित हो गया है वही जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका में सवालिया निशान उठा रहा है ।
प्राप्त समाचार के अनुसार स्थानीय नगर पंचायत बिलाइगढ़ के समस्त प्लेसमेंट कर्मचारियों को विगत दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं हड़ताल में चले जाने के कारण नगर के सभी सेवाएं बाधित हो गया है साफ सफाई बिजली पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रहा है जिससे नगर वासियो में भी आक्रोश पनप रहा है।
सूत्रों के मुताबिक प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल में चले जाने से पूर्व अपने लिखित आवेदन में दो माह का वेतन भुगतान तथा महीने के 5 तारीख तक वेतन दिलवाने का आग्रह सी एम ओ से किया गया था किंतु जिम्मेदार सीएमओ मनीष कुमार गायकवाड़ ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया इससे नाराज होकर सभी कर्मचारी हड़ताल में चले गए हैं । यहां मूलभूत सुविधाए पूर्ण रूप से बाधित हो गया है ।
कर्मचारियों ने बताया कि उनके द्वारा नगर पंचायत कार्यालय के आदेश का पूर्णता पालन करते हुए वित्तीय वर्ष 2023 तक की समस्त करो की बकाया राशि की वसूली करके लगभग 18 लख रुपए नगर पंचायत में दे दिया गया है बावजूद इसके दो माह से वेतन रोके रखे जाने से कर्मचारी एवं उनके परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
इस संबंध में सी एम ओ गायकवाड से संपर्क करने पर बताया कि मुझे अभी यहां आए ढाई माह हो रहा है यहां के कर्मचारियों के द्वारा 10% राशि की भी वसूली नहीं किए जाने के कारण इन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है ।
आज प्रमुख रूप से अध्यक्ष ओमप्रकाश देवांगन, उपाध्यक्ष नीलांबर साहू ,गरिमा देवांगन ,अरुण ग्रेवाल, संतराम साहू ,अनिल राकेश, अमर कुमार राकेश ,पंकज राकेश, इंद्रजीत देवांगन, सरस्वती नेताम, दिनेश शर्मा, टीकेलाल, हीरालाल ,बलराम ,अवल सिंह, रुपाई बाई, मोतीलाल, रीताबाई, नूरा, मेघावती आदि सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं
नगर पंचायत बिलाईगढ़ के प्लेसमेंट कर्मचारियों को 2 माह से वेतन नहीं मिलने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान नहीं