
रायपुर / हरेंद्र बघेल :- छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य कबीरधाम जिला निवासी श्री महेश चंद्रवंशी का आयोग के सदस्य के रूप मे तीन साल का कार्यकाल जुलाई माह मे समाप्त हो गया है,इसलिये उन्हे आयोग से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।ज्ञात हो कि जुलाई 2019 में श्री चंद्रवंशी को छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग मे बतौर सदस्य नामांकित किया गया था,चुंकि कार्यकाल तीन वर्ष का ही रहता है और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ के संगठन प्रभारी कुमारी शैलजा ने कार्यकाल बढ़ाये जाने से साफतौर पर इंकार कर चुके हैँ,
ऐसी स्थिति में श्री चंद्रवंशी को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है।उनके स्थान पर किसी और कि नियुक्ति कि प्रक्रिया प्रारंभ किया जा चुका है।यदि कबीरधाम जिले से किसी पिछड़े वर्ग के नेता कि नियुक्ति किया जाता है तो जिले के नेता और प्रदेश शासन के कद्दावर मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के सहमति जरूरी और।अब देखने वाली बात है कि मंत्री श्री अकबर श्री चंद्रवंशी को दोबारा मौका दिलाते हैँ कि किसी दूसरे नेता को मौका मिलेगा।
श्री महेश चंद्रवंशी का कार्यकाल समाप्ति के बाद इस पद के लिये जिले से ही पिछड़े वर्ग के नेताओं दावेदारी बढ़ गया हैँ जिसमे प्रमुख रूप से वरिष्ठ कांग्रेसी श्री शिवकुमार चंद्रवंशी,श्री डाकोर चंद्रवंशी,श्री मन्नू चंद्रवंशी,श्री मनहरण चंद्राकर(पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर के पिताश्री)श्री मनोहर चंद्राकर,श्री ईश्वर शरण वैष्णव,श्री मुकुंद माधव कश्यप,श्री प्रवीण वैष्णव,श्री नवीन जायसवाल,श्री रूपेंद्र वर्मा जैसे कद्दावर कांग्रेसी नेता शामिल है।इनमे जिसको मंत्री श्री मोहम्मद अकबर का आशीर्वाद प्राप्त होगा उनके सर पर ही आयोग के सदस्य का ताज होगा।