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राजस्व मंत्री जयसिंह ने रेलमंत्री को पत्र लिखकर कोरबा की सभी बंद ट्रेनें को शुरू करने की मांग की

राजस्व मंत्री जयसिंह ने रेलमंत्री को पत्र लिखकर कोरबा की सभी बंद ट्रेनें को शुरू करने की मांग की

By Admin, Pragya 24 News

कोरबा। कोरोना संक्रमण काल की वजह से बंद की गई ट्रेनों का परिचालन अब तक शुरू नहीं हो सका है। इससे क्षेत्रवासियों को आवागमन करने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने इस पर पहल करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल के समक्ष जनहित को मद्देनजर रख सभी ट्रेन का परिचालन शुरू करने का प्रस्ताव रखा है।

पत्र में राजस्व मंत्री जयसिंह ने कहा कि औद्योगिक जिला कोरबा में केंद्र, राज्य सरकार व निजी उपक्रम, सार्वजनिक उपक्रम एनटीपीसी, एसईसीएल की कोयला खदान एवं राज्य सरकार के विद्युत संयंत्र, भारत एल्यूमिनियम कम्पनी लिमिटेड-वेदांता, लैंको पावर प्लांट समेत अनेक छोटे-बड़े उपक्रमों में देश के कोने-कोने से लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां के रहवासी इन दिनों सवारी रेल यात्री गाड़ी के अभाव में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि पूर्व में नियमित तौर पर संचालित हो रही रेलगाड़ियों का संचालन कोरोना संक्रमण की वजह स्थगित कर दिया गया था, जिसे पुन: चालू करना जनहित में आवश्यक प्रतीत होता है। राजस्व मंत्री ने कहा कि आपने अपने पिछले कार्यकाल में कोरबा प्रतिनिधि मंडल की मांग पर जिलेवासियों को कोरबा से प्रदेश की राजधानी रायपुर के मध्य एक एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी थी।

इस महत्वपूर्ण ट्रेन का भी परिचालन इन दिनों बंद है, जबकि कम दूरी तय करने वाली उक्त ट्रेन का परिचालन किया जा सकता है। इससे जिले वासियों को लाभ व सुविधा मिल सकेगी। यही नहीं इसके अलावा कोरबा से चलने वाली अन्य यात्री ट्रेनों का परिचालन भी इन दिनों बंद है, इसकी वजह से कोरबा से चांपा के मध्य स्थित ग्रामीण क्षेत्र के रहवासी भी परेशानी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मार्च 2020 से बंद की गई सभी सवारी ट्रेनों का पुन: परिचालन शुरू करने आवश्यक निर्देश दिया जाए।

मनमानी से कार्य कर रहा रेल प्रबंधन
राजस्व मंत्री ने कहा कि रेल मण्डल व बिलासपुर रेलवे जोन इन दिनों अपनी मनमानी से कार्य कर रहा हैं। यात्री सुविधाओं पर ध्यान नही दिया जा रहा है, यात्रियों के अनेक पत्राचार, चेतावनी तथा जनता के आंदोलन व चक्काजाम के बावजूद रेल प्रबंधन समस्या का निदान नहीं कर रहा है। रेल प्रबंधन कोरबा क्षेत्रवासियों की यात्री सुविधाओं की अनदेखी कर केवल कोयला लदान पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।

लिंक एक्सप्रेस को छोड़कर वर्तमान में कोरबा से चांपा-बिलासपुर-रायपुर जाने व आने के लिए एक भी सवारी गाड़ी नही चलाई जा रही है। सप्ताह के सातों दिन चलने वाली कोरबा-अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को पुन: परिचालन करते हुए केवल मंगलवार, बुधवार व शुक्रवार को ही चलाया जा रहा है।

कोयला लदान के साथ यात्री सुविधा भी जरूरी
राजस्व मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में 11 माह से सवारी गाड़ियां बंद रहीं और अब जब पूरे देश में सवारी गाड़िया चालू कराई जा रही है, तो कोरबा में यह सुविधा क्यों बंद है? रेल प्रबंधन ने कोरबा रेलखंड में केवल कोयला लदान पर ही ध्यान दिया है।

एक ओर कोयला लदान का कार्य जितना जरूरी है, यात्रियों के लिए सवारी गाड़ियों का परिचालन भी उतना ही जरूरी है। जिस स्थान के संसाधनों से रेलवे लाभांवित हो रहा हो, उसी स्थान के रहवासियों को यात्री रेल सुविधाओ से परेशान होना पड़ रहा है। यह एक विडंबना और कोरबा वासियों के लिए अभिशाप है।

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