छत्तीसगढ़बेमेतरा

हरियाली अमावस्या के अदभुत संयोग! हरेली तिहार में ग्रामीण अंचलों के किसान कृषि औजार सहित अन्य यंत्रों की सफाई व विधि-विधान से करते है पूजा अर्चना, घरों में बनते है पारम्परिक पकवान

Hareli Tihar 2023 : हरियाली अमावस्या के अदभुत संयोग! हरेली तिहार में ग्रामीण अंचलों के किसान कृषि औजार सहित अन्य यंत्रों की सफाई व विधि-विधान से करते है पूजा अर्चना, घरों में बनते है पारम्परिक पकवान

बेमेतरा। Hareli Tihar 2023 : आज सावन का दूसरा सोमवार है। इसके साथ ही हरियाली व सोमवती अमावस्या व शनि जयंती का भी अदभुत संयोग है। 57 वर्ष बाद ऐसा संयोग बना है। इससे पहले 1966 में 18 जुलाई को सोमवती अमावस्‍या थी और अब 2023 में 17 जुलाई (आज ) को है। सूर्य, चंद्र, बुध, राहु, केतु उस समय जिन राशियों में थे इस बार भी उन्हीं राशियों में रहेंगे।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ का प्रमुख व प्रथम त्यौहार हरेली तिहार से ही शुरू होता है। सावन माह लगते ही भगवान शिव की भक्ति माहौल निर्मित हो जाता है। इसी माह आज 17 जुलाई को व्यापक रूप से हरेली त्यौहार मनाया जा रहा है। जिसे लेकर ग्रामीण इलाकों सहित शहरी क्षेत्रों में भी तैयारी की जाती है।

इस दौरान गांव में किसान कृषि उपकरण हल सहित अन्य औजारों (यंत्रों) की साफ-सफाई कर घर के आंगन में रंगोली बनाकर पुरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं। घर में बने पारम्परिक पकवान जिसमें विशेषकर चांवल आटे का बना चीला, इत्यादि समर्पण कर घर परिवार में खुशहाली के साथ बेहतर फसल की कामना करते हैं। इस दौरान खेत खलिहान में भी पूजा अर्चना की जाती हैं। गांव में विविध प्रकार के पारम्परिक खेल गेड़ी दौड़, कुर्सी दौड़, फुगड़ी, रस्साकशी भौरा फेक आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

किसानों के प्रथम त्यौहार हरेली को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना एक तरह से भगवान शिव की पूजा करते है।

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