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शाला सुरक्षा में आपदा से बचने के लिए बच्चों को कराया गया माक ड्रिल

जांजगीर। वीरेंद्र जायसवाल । CG NEWS : मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा एवं व्यक्ति सुरक्षा कार्यक्रम के तहत माह के तृतीय शनिवार 16 दिसंबर 2023 को आज शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला नवापारा (अमोदा) वि.ख. नवागढ़, जिला-जांजगीर-चांपा में बच्चों से माक ड्रील कराया गया। इस दौरान डिजिटल कक्ष में पहले बच्चों को शाला सुरक्षा से संबंधित विडियों दिखाकर चर्चा किया गया फिर मैदान में माक ड्रील कराया गया। नोडल शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी द्वारा माक ड्रील में प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं से बचाव के गुर सिखाए गये। इस दौरान बाढ़ से कैसे बचें, आसमान से बिजली गिरने के दौरान क्या करें, भूंकप के दौरान कौन-कौन सी बातों पर ध्यान देनी चाहिए, चक्रवाती तूफान, सड़क दुर्घटना से बचने के लिए किन- किन बातों को रखें ख्याल, रेलवे लाइन या सड़क पार करने के पहले दोनों तरफ देखने, हमेशा अपनी बांई ओर चलने, अफवाहों एवं भगदड़ से बचने आदि पर विस्तृत जानकारी माक ड्रील के माध्यम से दी गई।

विदित हो कि मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को निरंतर रूप से जागरूक एवं संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से “सुरक्षित शनिवार” गतिविधि का क्रियान्वयन सरकारी स्कूलों में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी शालाओं में प्रत्येक शनिवार को नोडल शिक्षकों द्वारा सभी बाल प्रेरकांे के साथ शनिवार से एक दिन पूर्व निर्धारित गतिविधियांे के अनुरूप योजना तैयार किया जाता है और शनिवार को उस विषय से संबंधित गतिविधि करवाई जाती है। नोडल शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी ने आपदा के आने पर उससे निपटने के तरीकों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए बताया कि आपदा दो प्रकार के होते है, प्राकृतिक एवं मानव निर्मित वही माक ड्रील भी दो प्रकार का होता है पहला घोषित और दूसरा अघोषित। घोषित माक ड्रील के लिए पहले शिक्षकों, बच्चों व पालकों की बैठक होना चाहिए जिसमें सभी को स्पष्ट रूप से जानकारी दी जानी चाहिए। शाला में निकासी योजना तैयार कर हर किसी को इसकी जानकारी देनी चाहिए।

आपदा के दौरान दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था होना चाहिए जिससे कि आपदा के दौरान वे शाला से सुरक्षित बाहर निकल सके। शाला परिसर में सुरक्षित जगहों की पहचान होनी चाहिए, आपदा के दौरान सिर को ढकने के लिए वस्तुओं की पहचान, आपतकाल के समय उपयोग में आने वाले वस्तुआंे जैसे प्राथमिक चिकित्सा पेटी व अन्य आवश्यक सामान। वही शाला परिसर में नुकसान पहुंचाने वाले सामानों की भी पहचान कर उसे हटाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इस अवसर पर एसएमसी अध्यक्ष चंदराम साहू, शाला आपदा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीमती सावित्री चौहान, प्रधान पाठक भानूप्रताप महाराणा, शिक्षक कन्हैया लाल मरावी, हेमंत कुमार यादव सहित सभी विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।

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