कोरबा के उरगा थाना क्षेत्र की महिलाओं ने दौड़ाया तो तुमान जंगल में हार-जीत का दांव लगा रहे जुआरी भागे
सरपंच बोलीं- बाहर के लोग आकर लगाते हैं यहां जुआ का फड़, गांव में कोरोना फैलने का बना है खतरा
कोरबा। उरगा थाना क्षेत्र ग्राम पंचायत लबेद के आश्रित ग्राम रामभांठा (तुमान) के जंगल में जुए का फड़ लगाकर हार-जीत का जुआरी दांव लगा रहे थे। जब महिलाओं ने दौड़ाया तो ये सभी जुए का खेल बीच में छोड़कर भागे। लबेद की सरपंच चैतिन बाई ने बताया कि दो सौ पचास की तादाद में बाहर के लोग चार पहिया व दोपहिया वाहन में यहां आकर जुआ का फड़ लगाते हैं। इससे उनके गांव में भी कोरोना फैलने का खतरा बना है। पहले समझाईश दिया गया था कि वे यहां जुआ नहीं खेलें। लेकिन जुआरियों ने नहीं माना और कहां जो करना है कर लो हमारे कुछ नहीं बिगाड़ सकते। जबकि इससे गांव के युवाओं के भी पथभ्रष्ट होने का अंदेशा है। इसी वजह से महिलाओं के नेतृत्व में जुआरियों को जंगल से खदेड़ने की मुहिम चलाई गई जबकि यह काम उरगा पुलिस का है लेकिन ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि तुमान के जंगल से लगे रामभाठा में जुए का खेल नहीं चलने देंगे। लॉकडाउन में रोज जुए का फड़ लग रहे थे।
लेकिन उरगा थाना के पुलिस को दिखाई नहीं दे रहे हैं या देखते हुए अंजान बने हुए हैं ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा कोरोना काल में लॉक डाउन का पालन करवाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को सख्ती से पेश आने के लिए आदेश दिया है लेकिन उस आदेश का उरगा पुलिस के द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही है ऐसे में सवाल उठता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कि आदेश का आखिर पालन क्यों नहीं हो रहा है क्योंकि ग्राम पंचायत लबेद की सरपंच का पुलिस पर भरोसा नहीं होने के कारण जिला कलेक्टर से लिखित में शिकायत करते हुए प्रदेश के गृह मंत्री से लेकर क्षेत्रीय सांसद व विधायक एवं पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर तक को लिखित में शिकायत करना पड़ा है देखना होगा ऐसे में कोई बड़ी कार्यवाही होता है या नहीं जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मामले को स्वत संज्ञान लेकर संलिप्त अधिकारियों एवं जुआरियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश उच्चाधिकारियों को देना चाहिए क्योंकि कोरोनावायरस को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन हो सके और कोरोनावायरस को फैलने से रोका जा सके क्योंकि कार्यवाही नहीं होने पर ऐसे में भयावह की स्थिति उत्पन्न हो सकता है अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो जिला में स्थिति बिगड़ सकता है.