भटगांव थाना प्रभारी एसपी घृत लहरे का मध्य रात्रि के दौरान अचानक लाइन अटैच होना और गिरौदपुरी चौकी में ट्रांसफर आदेश होने के बौजुद उन्हें फिर से हटाना, समझ से परे

भटगांव थाना प्रभारी एसपी घृत लहरे का मध्य रात्रि के दौरान अचानक लाइन अटैच होना और गिरौदपुरी चौकी में ट्रांसफर आदेश होने के बौजुद उन्हें फिर से हटाना, समझ से परे
थाना क्षेत्र में जब भी अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही की जाती है तो थाना प्रभारी बदल दिए जाते हैं या फिर पुलिस अधीक्षक
के.पी.पटेल, 08.01.2021
बिलाई गढ़/ बलौदा बाजार – नगर पंचायत भटगांव मे पहलीबार ऐसे थाना प्रभारी मिला था जो क्षेत्र के सभी वर्ग के लोगों के दिल में बसे और कुछ ही समय में इस क्षेत्र को अवैध शराब, जुआ, सट्टा, गांजा इत्यादि से मुक्त करने मै सफल रहे।
अक्सर देखा और सुना गया है कि आम लोगों से लेकर बच्चे तक पुलिस के नाम से डरते हैं या फिर अक्सर उसे घूसखोरी और अवैध वसूली के नाम से जानते हैं लेकिन थाना प्रभारी एसपी घृतलहरे के भटगांव थाना मे पदस्थ होते ही उनके कार्यशैली से बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग, समाज के लोगों, समिति एवम् संगठन के सदस्यों में एक छाप छोड़ते गए और आज भटगांव मे पुलिस विभाग को आम नागरिक भी बड़े सम्मान की दृष्टि से देखते नजर आए।
लेकिन भटगांव के लिए दुर्भाग्य ये है कि आज बहुत समय बाद एक अच्छे थाना प्रभारी को फिर से नहीं देख पाएंगे क्योंकि लोगों को जागरूक करने वाले और जुर्म के खिलाफ खड़ा होने वाले थाना प्रभारी का लाइन अटैच हो गया है।
थाना प्रभारी सरजू प्रसाद घृतलहरे का लाइन अटैच होना एक सोचनीय सवाल बनकर रह गया है। थाना प्रभारी का मध्य रात्रि के दौरान अचानक लाइन अटैच होना एक प्रश्न लोगों के दिल में चुभ रहा है आखिर क्या कारण था कि इतने अच्छे कार्य करने वाले थाना प्रभारी को आखिर किस कारण से आधे रात को लाइन अटैच किया गया।
जब से जितेंद्र कोसले थाना प्रभारी के लाइन अटैच होने के बाद नए पदस्थ के रूप में एसपी घृत लहरे का भटगांव थाना मे पदस्थ हुआ था तब से भटगांव क्षेत्र के अंतर्गत लगातार अवैध शराब , जुआ, गांजा एवम् सट्टा के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही हुआ और थाना प्रभारी द्वारा लगातार लोगों को ग़लत काम न करने के लिए समझाइश दी जा रही थी जिससे इस क्षेत्र में क्राइम भी घटते जा रहा था जिससे थाना प्रभारी सरजू प्रसाद घृत लहरे के कार्यशैली से वे लोगों के दिल में बसते जा रहे थे और इस सराहनीय कार्य से सभी वर्ग के लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, समाज के प्रमुख एवम् संगठन के सदस्यों द्वारा हमेशा सहयोग मिलता रहा।
भटगांव मे पहलीबार ऐसे थाना प्रभारी मिला था जो क्षेत्र के सभी वर्ग के लोगों के दिल में बसे और कुछ ही समय में इस क्षेत्र को अवैध शराब, जुआ, सट्टा, गांजा इत्यादि से मुक्त कराने मे सफल रहे।
लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र या पूरे जिले में अक्सर देखा गया है कि जो अधिकारी, कलेक्टर , एसपी या थाना प्रभारी अच्छे कार्य करने लगते हैं और लोगों के दिलो मे बसना प्रारंभ करते हैं जिससे क्षेत्र मे विकास की शुरुवात होती है तो वे नेताओं के दबाव के कारण या ट्रांसफर हो जाते है या फिर लाइन अटैच हो जाते हैं या सस्पेंड किए जाते हैं। अब शायद ही ऐसे थाना प्रभारी भटगांव में फिर मिलेंगे।
वहीं बिलाई गढ़ विधान सभा के गिरौदपुरी चौकी प्रभारी के रूप में पुनः पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार पोस्टिंग होने के बावजूद पुनः लाइन अटैच होना। इस प्रकार की कार्यवाही प्रत्येक विभाग पर असर डाल सकता है और ऐसी रणनीति कांग्रेस सरकार पर लोगों की गुस्सा कभी सामने आ सकता है। ऐसी कार्यवाही नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए छोटी जरूर है लेकिन आम लोगों के लिए बहुत बड़ी बात बनते जा रहा है , जिसकी खामियाजा जनता अपने चुनाव के समय जरूर निकाल सकते हैं।
अब देखना लाजमी होगा कि नव पदस्थ भटगांव थाना प्रभारी एच आर रा त्रे इस क्षेत्र को जुआ, सट्टा, अवैध शराब, गांजा इत्यादि से मुक्त करा पाते है कि नहीं कि पूर्व की तरह कुछ ही महीनों के बाद फिर से ट्रांसफर हो जाते हैं और वहीं अवैध कारोबार के खिलाफ कार्यवाही करने वाले उप निरीक्षक एस पी घृतलहरे का किस विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरण होता है ? ये तो समय के गर्भ में है।