गुरु घासीदास जयन्ती पर रासेयो स्वयंसवेकों का अभिमुखीकरण प्रशिक्षण वेबिनार सम्पन्न

गुरु घासीदास जयन्ती पर रासेयो स्वयंसवेकों का अभिमुखीकरण प्रशिक्षण वेबिनार सम्पन्न
By Admin, 20.12.2020
कोरबा – शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा, शासकीय महाविद्यालय बरपाली, एवं शासकीय इंदरु केंवट कन्या महाविद्यालय उत्तर बस्तर काँकेर के संयुक्त तत्वाधान में गत 18 दिसंबर को गूगल मीट प्लेटफॉर्म पर सायं 4 बजे से गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का अभिमुखीकरण प्रशिक्षण वेबिनार कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
अभिमुखीकरण प्रशिक्षण में अतिथि वक्ता एवं स्रोत विद्वानों द्वारा लक्ष्य गीत, प्रेरक प्रसंगों, शिविर एवं कार्य अनुभव, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, प्रश्नोत्तरी, लोकगीत, क्विज, गेम्स जैसे विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों एवं संचार माध्यमों से ‘समाज सेवा द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास’ के उद्देश्य को लेकर रासेयो स्वयंसवकों को प्रेरित करते हुए प्रशिक्षत किया । कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार के सस्वर गायन से हुआ ।
स्रोत वक्ता डॉ.टी.एल.मिर्झा सहायक प्राध्यापक राजनीति शास्त्र शासकीय महाविद्यालय बरपाली ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी का मुख्य उपदेश के अनुसार स्त्री-पुरुष में समानता, प्राणी मात्र के प्रति दया, मदिरापान का निषेध, सत् ही सेवा, करूणा, चैतन्य, प्रेम, संयम, शील, चरित्र आदि का प्रतीक है, सत्य ही मानव का आभूषण है | मनखे मनखे एक समान है। उनके द्वारा दिया गया संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ और ‘ज्ञान पंथ कृपाण की धारा’ एक व्यक्ति, एक समाज, एक प्रदेश व एक देश के लिए नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। स्रोत वक्ताओं में डॉ. डेजी कुजूर सहायक प्राध्यापक हिंदी एवं कार्यक्रम अधिकारी शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा ने रासेयो का इतिहास, स्थापना, संगठनात्मक व्यवस्था, उद्देश्य, लक्ष्य, प्रतीक पुरुष, प्रतीक चिन्ह, सिद्धान्त वाक्य, अभिवादन के बारे में विस्तार से पीपीटी के माध्यम से स्वयंसवेकों को प्रशिक्षित किया, वहीं डॉ.शिवदयाल पटेल, सहायक प्राध्यापक हिंदी एवं राज्य स्तरीय पुरस्कृत श्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी ने प्रेरणा गीत के साथ रासेयो की अनिवार्य और चयनात्मक गतिविधियां, प्रतिवेदन प्रस्तुतिकरण, प्रमाण पत्र योजना ए, बी, सी के महत्व एवं उपयोगिता के बारे में पूरे विस्तार से जानकारी दी । प्रो. अजय कुमार पटेल, सहायक प्राध्यापक एवं कार्यक्रम अधिकारी शासकीय इंदरु केंवट कन्या महाविद्यालय काँकेर ने युवाओं की सामाजिक सोच, समझ, युवाओं के अधिकार, जिम्मेदारी एवं नियमित तथा विशेष शिविर के माध्यम से उनके सपनों को कैसे हम निर्माण करें, एक सही दिशा दें उसको रेखांकित किया । डॉ. रंजना नाथ, वरिष्ठ प्राध्यापक एवं कार्यक्रम अधिकारी महिला इकाई शासकीय महाविद्यालय बरपाली ने स्वयंसवेकों के लक्षण, उनके समाज के प्रति उत्तरदायित्व व एनएसएस में आचरण संहिता की बात बताते हुए विभिन्न कैम्प के बारे में जानकारी दी । वेबिनार में तीनों महाविद्यालय से शामिल श्रेष्ठ स्वयंसवेकों एवं टीम लीडर ने भी अपने विचार रखते हुए अनुभव शेयर किए । जिनमें कु.सुलोचना चौहान ने लक्ष्य गीत गाकर उसका महत्व बताया, कु.कीर्ति कुंजाम ने बिना किसी शासकीय मदद के टीम वर्क और समन्वय से गांव में खेल के मैदान निर्माण के अनुभव और जुनून को शेयर किया। कु निहारिका ठाकुर एवं नेहा साहू ने राज्य गीत के साथ ही प्रेरणा आधारित लोकगीत की प्रस्तुति दी। कु.रजनी खूटे ने रासेयो बैच का महत्व बताया, कु.हीना साहू ने गतिविधियों के दौरान समय प्रबंधन की बात कही ।कु.अभिलाषा श्रीवास ने एक ओर सामाजिक चेतना हेतु महत्वपूर्ण दिवस और सप्ताह मनाने के सामाजिक महत्व के बारे में बताया, वहीं दूसरी ओर कु.निशा यादव ने व्यक्तित्व विकास में रासेयो की भूमिका के बारे बताया |
कार्यक्रम का संचालन प्रो. अजय कुमार पटेल एवं आभार प्रदर्शन डॉ. रंजना नाथ ने किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में रासेयो स्वयंसेवक दिलीप कश्यप, सुमन कुमार, गोपी कश्यप, आकांक्षा नागदौने, अंजू बिंझवार, अंजू श्रीवास, भारती चौहान, भाषिता साहू, भोला उसेंडी, चंद्रप्रकाश कश्यप, धामेश्वरी दर्रो, गंगोत्री पटेल, गौतम कोमरा, गीतिका साहू, हेमा देवांगन, ईश्वरी कुमारी, जमुना साहू, ज्योति शोरी, खुशबू चौहान, कृतिका साहू, लता ढीमर, माधुरी उसेंडी, मीनाक्षी जैन, उमा कुंजाम, मोना बैरागी, नागेश्वरी, पूजा कंवर, प्रभा कश्यप, प्रगति दिवान, प्रीति बिंझवार, प्रीति राठौर, प्रिया कर्ष, प्रियंका कोमरा, रजनी केंवट, रजनी खूंटे, रामावतार बरेठ, रंजना रत्नाकर, रितु जांगड़े, रिया झा, रुपाली यादव, साधना रात्रे, संगीत बिंझवार, सारा एक्का, शकीना बानो, शालिनी पटेल, सोमलता यादव, सोनिया जोददार, सोनिया कुमारी, सुरेखा ध्रुव, शुष्मा गोस्वामी, टीनू आदित्य, वी शुभा, वेदमती यादव आदि की सक्रिय सहभागिता रही।